कुशीनगर। उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में दोपहर करीब एक बजे खाना बनाते समय लगी आग से एक गांव के करीब 40 घर जल कर खाक हो गये। वहीं एक वृद्ध सहित दो मासूमो ने आग की लपटों के बीच दम तोड़ दिया।
कुशीनगर की यह घटना जटहां बाजार थाना क्षेत्र के बाजूपट्टी गांव की है । जहां दोपहर करीब एक बजे खाना बनाते समय लगी आग से लगभग 40 घर जल गए। अपने घर को आग से बचाने की कोशिश में 55 वर्षीय एक व्यक्ति की जलने से मौत हो गई। इसके अलावा आग की लपटों में घिर जाने से झुलसी दो मासूम भी जिंदा जल गईं।
हालात ऐसे हो गए कि गांव में चीख-पुकार, अफरा-तफरी मच गई है। पछुआ हवा के चलते गांव में आग तेजी से फैल रही थी। अग्निशमन दस्ता भी विलंब से ही पहुंचा। अग्निशमन दस्ता और ग्रामीणों ने काफी मशक्कत के बाद आग बुझाई। घटना की जानकारी के बाद सदर विधायक, डीएम, एसपी सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचकर पीड़ित परिवारों को ढांढस बंधाया।
जानकारी के अनुसार उक्त गांव में करीब एक बजे खाना बनाते समय लगी आग से करीब 40 घर जल गए। इस दौरान आग की लपटों के बीच घिरकर ठाकुर राजभर (55), नागेंद्र चौहान की दो वर्षीय मासूम बेटी सोहानी और सुरेंद्र की चार वर्षीय बेटी शीतल की जलने से मौत हो गई। इस दौरान करीब एक घंटा तक अफरा-तफरी मची हुई थी और सभी अपनी जान माल की सुरक्षा में लगे थे। घरों से उठ रही आग की लपटों को बुझाने की हिम्मत किसी में नहीं हो रही थी। इसके चलते देखते ही देखते करीब 40 झोपड़ियां जलकर खाक हो गईं।
काफी घर जल चुके थे। अग्निशमन दस्ता और ग्रामीणों ने बचे घरों को आग की लपटों से बचाया। वही इस आगलगी में कई बकरियों समेत गाय, भैंस झुलस गईं।
आग के इस विकराल रूप की सूचना मिलते ही डीएम रमेश रंजन, एसपी धवल जायसवाल, एडीएम देवी दयाल वर्मा, सीएमओ डॉ. सुरेश पटारिया और एसडीएम सदर महात्मा सिंह घटना स्थल पहुंचे। अफसरों ने पीड़ित परिवारों से मिलकर उन्हें ढांढस बढ़ाया।
गांववालों के प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार दोपहर करीब एक बजे महेश चौहान के घर से खाना बनाते समय आग लग गई थी। तेज हवा के कारण आग इतनी विकराल थी कि अगल बगल की झोपड़ियों को अपने आगोश में लेते हुए उसे देर न लगी। लोग अपने आप को बचाते हुए बाहर निकले। आग के बीच घर से सामान निकालते समय 55 वर्षीय ठाकुर राजभर घिर गए और जलकर उनकी मौत हो गई।वही नागेंद्र चौहान की बिटिया सोहानी और सुरेंद्र की बिटिया मासूम शीतल की भी आग में घिर जाने के कारण जलकर दर्दनाक मौत हो गई। हालात ऐसे थे कि आग की लपटों से घिरे लोग अपना सामान तक नहीं निकाल पाए और देखते ही देखते सब कुछ खाक हो गया। आग को रोकने के लिए लोगों ने कई झोपड़ियों को उजाड़ दिया। अग्निशमन विभाग की एक गाड़ी कम पड़ी तो दूसरी मंगाई गई। तीनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजवा दिया गया।
इस दौरान घटना स्थल पर पहुंचे कुशीनगर जिलाधिकारी पुलिस अधीक्षक ने बताया कि आग पर काबू पाया जा चुका है। जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा तत्काल मौके पर जाकर सभी आवश्यक चिकित्सकीय सहायता उपलब्ध कराई गई। घायलों को समुचित उपचार हेतु तत्काल भेजा गया। किस घटना को लेकर माननीय मुख्यमंत्री जी ने मृतक के परिजनों को 04- 04 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है।