सोने की शुद्धता को कैरेट में मापा जाता है। क्या आप जानते हैं 24 कैरेट सोने को आभूषणों के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाता है।सवाल यह कि सोने की शुद्धता को कैसे मापा जाए? वैसे तो सोने की शुद्धता हॉलमार्क के साथ चेक की जाती है। हालांकि, हॉलमार्क के अलावा भी कई ऐसे दूसरे तरीके हैं, जिनकी मदद से शुद्ध सोने की पहचान की जा सकती है

एसिड टेस्ट

सोने की शुद्धता चेक करने का एक सबसे बेहतर तरीका एसिड टेस्ट हो सकता है। हालांकि, एसिड टेस्ट के लिए जरूरी सावधानियां भी बरती जानी चाहिए।गोल्ड टेस्टिंग किट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड और ब्लैक स्टोन मिलता है। इस पत्थर से सोने को रगड़ने के बाद नाइट्रिक एसिड के साथ चेक कर सकते हैं। अगर मार्क घुल जाता है तो यह शुद्ध सोना है।

फ्लोट टेस्ट

सोने की शुद्धता चेक करने का एक सबसे आसान तरीका फ्लोट टेस्ट है। घर में रखे सोने के आभूषणों की प्योरिटी इस तरीके से जांची जा सकती है।सोने के आभूषणों को पानी की भरी बाल्टी में डालें अगर आभूषण डूब जाते हैं तो यह प्योर गोल्ड है। वहीं, अगर यह पानी में तैर रहे हैं तो यह किसी दूसरी धातु से बने हैं।

मैग्नेट टेस्ट

सोने की शुद्धता को जांचने के लिए मैग्नेट टेस्ट भी कारगर साबित हो सकता है। सोना नॉन-मैग्नेटिक मेटल होता है। इसका मतलब हुआ कि मैग्नेट को लेकर यह किसी तरह की कोई प्रतिक्रिया नहीं करता।अगर आप सोने के आभूषणों को मैग्नेट के पास लाएंगे तो यह तुंरत अट्रैक नहीं होगा। आभूषणों में किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दिखेगी। वहीं, अगर यह तुंरत प्रतिक्रिया दिखाए तो यह शुद्ध सोना नहीं है।