एक के बाद एक आ रहे पश्चिमी विक्षोभ से मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिल रहा था. फरवरी के आखिरी सप्ताह से लेकर पूरे मार्च महीने में और अब अप्रैल माह में भी मौसम में बदलाव लगातार जारी रहा. वहीं, अब पश्चिमी विक्षोभ के विदा होने के बाद प्रदेश में एक बार फिर अधिकतम तापमान में कमी देखने को मिल रही है. प्रदेश के अनेक जिलों में फिर से अधिकतम तापमान 37 डिग्री के पार पहुंच गया है. 

बांसवाड़ा जिले का अधिकतम तापमान 38 डिग्री दर्ज किया गया।वही बाड़मेर जैसलमेर, फलोदी, जालौर, डूंगरपुर का तापमान 37 डिग्री से अधिक दर्ज किया गया. वहीं, न्यूनतम तापमान की बात की जाए तो गंगानगर जिले का 15.5 डिग्री दर्ज किया गया. मौसम विभाग के अनुसार, पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान में कुछ स्थानों पर बरसात भी दर्ज की गई, इसका सबसे ज्यादा प्रभाव पश्चिमी राजस्थान में देखा गया. 

वहीं, 8 अप्रैल को प्रदेश के 12 जिलों में मौसम में बड़ा परिवर्तन देखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने प्रदेश के 12 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. अजमेर, बारां, भीलवाड़ा, भरतपुर, बूंदी, जयपुर, झालावाड़, कोटा, प्रतापगढ़, राजसमंद, टोंक, उदयपुर में मेघ गर्जन के साथ बारिश की चेतावनी जारी की है. इसका प्रभाव 24 घंटे तक की रहेगा. 24 घंटे बाद मौसम पूरे राजस्थान में शुष्क रहने की संभावना व्यक्त की गई है. फरवरी महीने में ही प्रदेश का अधिकतम तापमान 37 डिग्री से ज्यादा दर्ज किया जा रहा था. 

इसी बीच एक के बाद एक आ रहे पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश के अधिकांश जिलों में दिन और रात के तापमान में कमी दर्ज की गई. अब पश्चिमी विक्षोभ के विदा होने के चलते प्रदेश में एक बार फिर गर्मी का एहसास होने लगा है. मौसम विभाग की माने तो अप्रैल के दूसरे हफ्ते से गर्मी का सीजन शुरू हो जाएगा, जिसके चलते दिन और रात के तापमान में लगातार बढ़ोतरी दर्ज होने की संभावना व्यक्त की गई है.