जयपुर । राजस्थान में होने वाली समान पात्रता परीक्षा (कैट) ग्रेजुएशन लेवल में अब नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी। कर्मचारी चयन बोर्ड जल्द ही पात्रता परीक्षा की संशोधित विज्ञप्ति जारी करेगा। कर्मचारी चयन बोर्ड के अध्यक्ष आलोक ने बताया- बोर्ड की ओर से कैट ग्रेजुएशन लेवल में नेगेटिव मार्किंग का प्रावधान रखा था। स्टूडेंट्स के नेगेटिव फीडबैक के बाद अब बोर्ड ने इस प्रक्रिया में बदलाव किया है। ऐसे में अब स्टूडेंट्स बिना नेगेटिव मार्किंग कैट में हिस्सा ले सकेंगे।
6 अगस्त को राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड की ओर से कैट की विज्ञप्ति जारी की गई थी। इसमें गलत जवाब देने पर एक तिहाई अंक काटने का प्रावधान था। इस प्रावधान को लेकर बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ने विरोध शुरू कर दिया था। सरकार के हस्तक्षेप के बाद कर्मचारी चयन आयोग ने नेगेटिव मार्किंग खत्म कर सामान्य प्रक्रिया के तहत कैट कराने का फैसला किया है। राजस्थान में कैट ग्रेजुएशन के स्कोर के आधार पर अभ्यर्थी भविष्य में होने वाली 11 भर्तियों में हिस्सा ले सकेंगे। इस बार कैट परीक्षा में अभ्यर्थियों को न्यूनतम 40 फीसदी अंक लाना अनिवार्य है। इससे कम अंक आने पर उन्हें अपात्र घोषित कर दिया जाएगा। हालांकि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति के अभ्यर्थियों को न्यूनतम अंकों में 5 प्रतिशत की छूट मिलेगी। कैट ग्रेजुएशन लेवल का आयोजन 25 से 28 सितंबर के बीच होगा। परीक्षा में शामिल होने के लिए अभ्यर्थी 9 अगस्त से 7 सितंबर तक कर्मचारी चयन बोर्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर अप्लाई कर सकते हैं।