जयपुर । राजस्थान के 13 जिलों को पीने और सिंचाई के लिए पानी मुहैया करवाने वाली पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) पर बात आगे बढ़ रही है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जयपुर पहुंचे, जहां उन्होंने राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से ओटीएस स्थित उनके निवास पर मुलाकात की. दोनों के बीच ईआरसीपी को लेकर अहम बातचीत हुई है. इसके साथ ही इस मुलाकात में राजस्थान में लगातार गहराते पानी के संकट और उसके समाधान को लेकर भी चर्चा हुई है।
डॉ. मोहन यादव ने कहा कि नदियों के पानी को लेकर लिए जाने वाले फैसले से दोनों प्रदेशों के किसानों का जीवन बदलेगा. इसके साथ ही पर्यटन और उद्योग जगत के विकास की भी नई राहें खुलेंगी. उन्होंने संकेत दिए कि इस मुलाकात में पार्वती, कालीसिंध और चंबल नदियों के जल बंटवारे को लेकर निर्णय लिया जाएगा। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने नदियों को जोडऩे का सपना देखा था. जिसमें एमपी और राजस्थान भी शामिल थे, लेकिन सरकार बदल गई. केंद्र की सत्ता में आई कांग्रेस ने इस योजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया. 2014 में मोदी सरकार ने वापस इस पर काम शुरू किया, लेकिन एमपी और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार थी, इसलिए बात आगे नहीं बढ़ पाई। भजनलाल शर्मा ने कहा कि दोनों राज्यों के बीच नदियों के पानी के बंटवारे पर फैसला होने से पेयजल और खेती के लिए पानी तो मिलेगा ही, साथ ही नए औद्योगिक क्षेत्रों का भी विकास होगा.। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मोहन यादव से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में कहा कि दोनों के बीच नदियों के पानी के बंटवारे को लेकर चर्चा हुई है और जल्द ही जो मुद्दे हैं उन्हें सुलझा लिया जाएगा. उन्होंने इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया. उन्होंने कहा कि प्रदेश के 13 जिलों के लोगों का सपना अब साकार होगा और उनकी समस्या का समाधान होगा. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने प्रदेश की जनता से जो वादा किया है. वह जल्द पूरा होगा।