जयपुर । राजस्थान के भरतपुर जिले के नोह गांव में रहने वाला युवक शादी के 7 साल बाद अचानक एक दिन घर से गायब हो गया। जिस बहू पर ससुर को हद से ज्यादा विश्वास था वो उन्हीं के पड़ोस में रहने वाले भागेंद्र नाम के युवक के साथ आपत्तिजनक हालत में थी। ससुर हरि प्रसाद ने कमरे की कुंडी बाहर से लगा दी। उन्होंने पुलिस को फोन किया और भागेंद्र के परिवार को भी बुलाया जो पड़ोस में ही रहते हैं। पुलिस के आने से पहले भागेंद्र का परिवार वहां पहुंच गया और झगड़ा करके उसे छुड़ा कर ले गए। भागेंद्र ने हरि प्रसाद को धमकी दी जैसे तेरे बेटे को मारा है वैसे ही तुझे मार दूंगा। रीमा और मेरे बीच में मत आना। इसके पहले घरवालों ने बहुत ढूंढा उसका कोई पता नहीं चला। उसका 6 साल का बेटा और 4 साल की बेटी रोज अपनी मां से रोज पूछते थे पापा कब आएंगे? उसके पिता दिनभर बेटे की तलाश करते और रात को नींद आने पर बेचैन रहते। एक रात वो इसी तरह बेचैनी में घूम रहे थे जब लापता बेटे की पत्नी के कमरे की लाइट जलती देखी। 16 अक्टूबर की रात पवन के पिता हरि प्रसाद लापता बेटे की चिंता में परेशान टहल रहे थे। उन्होंने रीमा के कमरे की लाइट जलती हुई देखी। कमरे से आवाज भी आ रही थी। हरि प्रसाद ने पुलिस को फोन किया और भागेंद्र के परिवार को भी बुलाया जो पड़ोस में ही रहते हैं। 
जानकारी अनुसार हत्या से पहले पति भी पत्नी को भागेंद्र के साथ आपत्तिजनक हालत में देखकर आग-बबूला हो गया था। गुस्से में उसने भागेंद्र को पकड़ लिया। रीमा ने पवन के पैर पकड़े तो उसने उसे धक्का देकर दूर गिरा दिया। भागेंद्र पवन का गला दबाने लगा और दीप को भी अंदर बुला लिया। तीनों ने मिलकर पवन का गला घोंटकर उसे मार दिया। हत्या के बाद भागेंद्र और रीमा ने लाश को चादर में लपेटकर रस्सी से बांध दिया। इसके बाद लाश बोरी में डाल दी। भागेंद्र और रीमा ने कमरे में बिखरा खून साफ किया। इसके बाद भागेंद्र और दीप बाइक पर शव रखकर उसे गांव से 2 किलोमीटर दूर सुनसान जंगल में नहर के पास ले गए। वहां उन्होंने बोरे में लाश के साथ 15 किलो का पत्थर बांध नहर में डाल दिया ताकि लाश पानी के ऊपर न आ जाए। दोनों रात करीब 2.30 बजे बाइक पर ही दिल्ली के लिए रवाना हो गए। सुबह 8 बजे दोनों दिल्ली पहुंचे। दोनों से पूछताछ के बाद पुलिस जेसीबी और ट्रैक्टर लेकर नहर के पास शव निकालने पहुंची। भागेंद्र ने उन्हें बताया कि उसने शव कहां पर फेंका है। उसकी निशानदेही पर बोरा निकाला गया। बोरे को खोलकर देखा तो उसमें सिर्फ 17 हड्‌डियां मिलीं। 6 महीने में मछलियां और कछुए शव को पूरी तरह खा गए थे। बोरे में पवन की शर्ट, पर्स और दस्तावेज मिले। 
चिकसाना पुलिस स्टेशन के एसआई ने बताया कि पुलिस ने खुलासे के तत्काल बाद ही मर्डर में शामिल पत्नी रीमा व बॉयफ्रेंड भागेन्द्र और उसके दोस्त दीप को गिरफ्तार कर लिया था। इसके बाद कोर्ट में चालान भी पेश कर दिया था। फिलहाल मामला कोर्ट में चल रहा है।