जयपुर । भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की जयपुर टीम ने सदर थाने के थानेदार राजेश कुमार और कांस्टेबलअजीत सिंह को गिरफ्तार किया। उन्हें रिश्वत के तौर पर आईफोन प्रो मैक्स लेते रंगे हाथों पकड़ा गया। थानेदार और कांस्टेबल ने परिवादी से 1.60 लाख रुपए का आईफोन और 15 हजार रुपए नकद मांगे थे। यह रकम धोखाधड़ी के मामले में फाइनल रिपोर्ट लगाने के बदले में मांगी गई थी। उन्होंने मांग पूरी न होने पर परिवादी को मामले में फंसाने की धमकी दी थी।
एसीबी के एएसपी सुनील सिहाग ने खुलासा किया कि लक्ष्मीवास गांव निवासी परिवादी ने 14 फरवरी को बहरोड़ सदर थाने में धोखाधड़ी का मामला दर्ज कराया था। इसके बाद में समझौता कर लिया था। इस मामले में एसएचओ राजेश और कांस्टेबल अजीत ने एफआर लगाने के लिए परिवादी से आईफोन प्रो मैक्स और 15 हजार रुपए मांगे। शिकायत के सत्यापन में आरोपों की पुष्टि हुई। नतीजतन शनिवार दोपहर करीब 2:45 बजे एसीबी की टीम ने उन्हें डमी आईफोन के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। बहरोड़ सदर थाने में दर्ज मामले में मदद करने और मुलजिम नहीं बनाने की धमकी देकर एसएचओ राजेश कुमार की ओर से एक आईफोन दिलवाने और कांस्टेबल अजीत सिंह पर 15 हजार रुपए की रिश्वत की मांगे जाने का आरोप था। सत्यापन के बाद जयपुर टीम ने दोनों को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। वहीं एसीबी के एक अधिकारी ने बताया कि एसएचओ राजेश कुमार ने शिकायतकर्ता से डमी आईफोन प्रो मैक्स लिया और उसे जांच के लिए कांस्टेबल अजीत को सौंप दिया। उसी समय एसीबी की टीम थाने पहुंची और दोनों को मौके पर ही पकड़ लिया। इस कार्रवाई के बाद एसएचओ राजेश एसीबी अधिकारियों के पैरों पर गिरकर माफी मांगने लगा।