नई दिल्ली । बीते सप्ताह देश के तेल-तिलहन बाजारों में सरसों तेल-तिलहन, पाम एवं पामोलीन तथा बिनौला तेल कीमतों में सुधार, जबकि सोयाबीन एवं मूंगफली तेल-तिलहन के भाव नुकसान के साथ बंद हुए। बाजार सूत्रों ने कहा कि मंडियों में सरसों की आवक कम हो रही है और जुलाई में सभी खाद्य तेलों को मिलाकर लगभग 19 लाख टन के सस्ते आयात के कारण सरसों तेल के पेराई के बाद बेपड़ता होने से अब पेराई मिलें बंद हो रही हैं। सरसों की जो आवक पहले लगभग 3-3.25 लाख बोरी की हो रही थी वह समीक्षाधीन सप्ताह के अंत में घटकर लगभग 2.60 लाख बोरी रह गई। आवक की कमी और आगामी त्योहारी मांग के मद्देनजर सरसों तेल-तिलहन कीमतों में सुधार रहा। बीते सप्ताह सरसों दाने का थोक भाव 50 रुपये बढ़कर 5,900-5,950 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों दादरी तेल का भाव 100 रुपये बढ़कर 11,550 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सरसों पक्की और कच्ची घानी तेल का भाव क्रमश: 10-10 रुपये के सुधार के साथ क्रमश: 1,875-1,975 रुपये और 1,875-2,000 रुपये टिन (15 किलो) पर बंद हुआ। दूसरी ओर समीक्षाधीन सप्ताह में सोयाबीन दाने और लूज का भाव क्रमश: 25-25 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 4,450-4,470 रुपये प्रति क्विंटल और 4,260-4,385 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। इसी प्रकार सोयाबीन दिल्ली, सोयाबीन इंदौर और सोयाबीन डीगम के दाम क्रमश: 20 रुपये, 170 रुपये और 20 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 10,180 रुपये, 9,780 रुपये तथा 8,480 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुए। मूंगफली तिलहन 100 रुपये की गिरावट के साथ 6,450-6,725 रुपये क्विंटल, मूंगफली तेल गुजरात 150 रुपये की गिरावट के साथ 15,550 रुपये क्विंटल और मूंगफली साल्वेंट रिफाइंड तेल का भाव 25 रुपये की गिरावट के साथ 2,325-2,625 रुपये प्रति टिन पर बंद हुआ। दूसरी ओर कच्चे पाम तेल (सीपीओ) का दाम 165 रुपये सुधार के साथ 8,700 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। जबकि पामोलीन दिल्ली का भाव 175 रुपये की मजबूती के साथ 9,850 रुपये प्रति क्विंटल तथा पामोलीन एक्स कांडला तेल का भाव 175 रुपये के सुधार के साथ 8,950 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ। सूत्रों ने कहा कि बिनौला तेल का भाव 50 रुपये के सुधार के साथ 9,400 रुपये प्रति क्विंटल पर बंद हुआ।