जयपुर । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरे कार्यकाल को फिर फिक्स करना चाहते है जिसे देश की करीब 28 प्रतिपक्षी पार्टियां इंडिया गठबंधन के बैनर से पूरा नहीं होने देना चाहते है इसके लिए कांग्रेस करो या मरो की चुनावी रणनीति पर काम कर रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और अमित शाह ने राजस्थान की फिर सभी 25 लोकसभा जीतने का मूलमंत्र प्रदेश भाजपा कार्यालय में पूरे 12 घंटे तक सभी विधायकों, भजनलाल मंत्रिमंडल को यह कहकर दिया जनलोकसेवक होने का अहसास प्रदेश की जनता को कराने के लिए राज्य और केन्द्र सरकार की लोकहितकारी सभी योजनाओं कार्य, विकास योजनाओं की जानकारी जन जन के द्वार तक पहुंचायें इसके लिए गांव ढाणी की चौपाल पर पंचों के बीच पंचायत भी लगायें। प्रधानमंत्री ने इसके अलावा टिकिट वितरण प्रणाली चुस्त दुरूस्त करने के लिए राज्य के सभी 25 लोकसभा सीटों के चेहरो में करीब 10 नए चेहरे जिसमें युवा, अनुभवी विषय विशेषज्ञों के साथ राजनीति और पार्टी में अपनी बड़ी पहचान बनाने वालों को मौका देने का हिंट दिया है यों तो भाजपा आलाकमान तीन हिन्दी भाषी राज्यों में विधानसभा चुनाव जीतकर बम बम है पर चेहरे बदलने की रणनीति परदे के पीछे की अलग कवायद है मोदीजी ने उसी रणनीति के तहत तीनों राज्यों में राजस्थान से छह सांसदों को विधानसभा चुनाव लड़वाया था ऐसे में जो सांसद विधायक बन गए उन सांसदो की जगह नए चेहरो को टिकिट दिया जायेगा यह तय है वहीं प्रधानमंत्री मोदी और चुनाव जीताने के चाणक्य माने जाने वाले जो शाह की राजनीति समझते है उनका मानना है कि पार्टी का समर्पण से कार्य करने वालों का पार्टी संगठन में कहा उपयोग लिया जायें सो राजस्थान में दो चेहरे राजस्थान राठौड़, सतीश पूनियां के साफ दिख रहे है कयास है कि दोनो नेताओं को लोकसभा लड़ाया जा सकता है चर्चा तो राज्यसभा सांसदो में से लोकसभा टिकिट देने की है पीएम नरेन्द्र मोदी केन्द्र सरकार का तीसरा कार्यकाल पूरा करने के प्रयासरत है जिसके चलते ही मोदी ने राज्य की भजनलाल सरकार और संगठन के पदाधिकारियों एवं भाजपा कार्यालय में जमीनी कार्यकर्ताओं को संदेश दिया है कि लोकसभा की सभी 25 सीटें जीतने का संकलप पूरा करने के लिए एक एक वोटर से सीधा सम्पर्क करें और केन्द्र सरकार की योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचायें।