मोहिनी एकादशी का व्रत 19 मई को है. उस दिन वैशाख माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि, हस्त नक्षत्र, वज्र योग, विष्टि करण, पश्चिम का दिशाशूल और दिन रविवार है. मोहिनी एकादशी पर सर्वार्थ सिद्धि समेत 4 शुभ योग बन रहे हैं. उस दिन सुबह से ही पाताल की भद्रा है, जिसका दुष्प्रभाव पृथ्वी पर नहीं माना जाता है. हालांकि भद्रा में व्रत और पूजा पाठ की मनाही नहीं है. मोहिनी एकादशी के दिन बना सर्वार्थ सिद्धि योग आपके मनोकामनाओं की पूर्ति करने वाला है. एकादशी पर सुबह में स्नान आदि से निवृत होकर आपको भगवान विष्णु की पूजा करनी चाहिए.

भगवान विष्णु को पीले फूल, चंदन, हल्दी, फल, पंचामृत, तुलसी के पत्ते, नैवेद्य आदि अर्पित करना चाहिए. फिर मोहिनी एकादशी की व्रत कथा सुनें या पढ़ें. जो व्यक्ति मोहिनी एकादशी का व्रत कथा सुनता या पढ़ता है, उसे 1000 गोदान करने के समान पुण्य प्राप्त होता है. विष्णु कृपा से मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसके अलावा जो लोग रविवार व्रत रखते हैं, वे सुबह में स्नान बाद सूर्य देव की पूजा करें. उनको जल, गुड़ और लाल पुष्प से अर्घ्य दें. सूर्य देव के मंत्र का जाप करें या सूर्य चालीसा का पाठ करें.

सूर्य दोष से मुक्ति या फिर उसके शुभ फल की प्राप्ति के लिए लाल या नारंगी वस्त्रों का दान करें. सूर्य देव को प्रसन्न करने के लिए आप आदित्य हृदय स्तोत्र का पाठ कर सकते हैं. रविवार की व्रत कथा पढ़ सकते हैं. इससे आपको लाभ होगा. पंचांग की मदद से जानते हैं मोहिनी एकादशी के मुहूर्त, सर्वार्थ सिद्धि योग, अमृत सिद्धि योग, द्विपुष्कर योग, भद्रा, सूर्योदय, चंद्रोदय, सूर्यास्त, चंद्रास्त, राहुकाल, दिशाशूल आदि.

आज का पंचांग, 19 मई 2024
आज की तिथि- एकादशी – 01:50 पी एम तक, उसके बाद द्वादशी
आज का नक्षत्र- हस्त – 03:16 ए एम, 20 मई तक, फिर चित्रा
आज का करण- विष्टि – 01:50 पी एम तक, बव – 02:57 ए एम, 20 मई तक, बालव
आज का योग- वज्र – 11:25 ए एम तक, फिर सिद्धि
आज का पक्ष- शुक्ल
आज का दिन- रविवार
चंद्र राशि- कन्या

सूर्योदय-सूर्यास्त और चंद्रोदय-चंद्रास्त का समय
सूर्योदय- 05:28 ए एम
सूर्यास्त- 07:07 पी एम
चन्द्रोदय- 03:24 पी एम
चन्द्रास्त- 03:18 ए एम, 17 मई
अभिजीत मुहूर्त- 11:50 ए एम से 12:45 पी एम
ब्रह्म मुहूर्त- 04:05 ए एम से 04:47 ए एम

मोहिनी एकादशी 2024 मुहूर्त, पारण और योग
सर्वार्थ सिद्धि योग: 05:28 ए एम से 03:16 ए एम, 20 मई
अमृत सिद्धि योग: 05:28 ए एम से 03:16 ए एम, 20 मई
द्विपुष्कर योग: 20 मई को 03:16 ए एम से 05:28 ए एम तक
पूजा मुहूर्त: सुबह 05:28 ए एम से
पारण समय: 20 मई, सुबह 05:28 ए एम से 08:12 एएम तक

अशुभ समय
राहुकाल- 05:25 पी एम से 07:07 पी एम
गुलिक काल- 03:43 पी एम से 05:25 पी एम
दिशाशूल- पश्चिम
भद्रा: 05:28 ए एम से 01:50 पी एम
भद्रा का वास: पाताल में- 01:50 पी एम तक

शिववास
क्रीड़ा में – 01:50 पी एम तक, फिर कैलाश पर