जमशेदपुर, सोनारी एयरपोर्ट से मंगलवार को उड़ान भरने वाले ट्रेनी विमान के क्रैश होने के बाद जारी तलाश में शनिवार को पांचवें दिन भी सुराग नहीं मिल सका। चांडिल डैम में शनिवार को भी खोज के लिए गई नौसेना की टीम खाली हाथ लौट गई। वहीं, विमान हादसे में दो पायलट की मौत की जांच के लिए दिल्ली से डीजीसीए की टीम शनिवार को चांडिल डैम पहुंची। टीम सुबह 10.30 बजे जांच के लिए चांडिल डैम रवाना हुई व करीब साढ़े तीन घंटे तक डैम स्थित पियालडीह, काशीपुर, कल्याणपुर, कुमारी, मैसढ़ा, केसरगढ़िया एवं डीमुडीह में जाकर जांच की। टीम ने जिस जगह पायलट एवं ट्रेनी पायलट का शव मिला था,उस जगह की भी जांच की। साथ ही प्रत्यक्षदर्शी एवं अन्य कई ग्रामीणों से भी पूछताछ की।
नौसेना की टीम विमान की तलाश में शनिवार सुबह 8.30 बजे चांडिल डैम में गई थी, जो दोपहर दो बजे खाली हाथ लौट आई। टीम डैम के कल्याणपुर एवं किस्टोपुर में साइड स्कैन सोनार एवं अन्य उपकरणों के सहारे विमान की खोजबीन की। हालांकि टीम को सफलता नहीं मिली। खोजबीन के दौरान नौसेना का उपकरण एक मंदिर की दीवार से टकराकर धंस गया। टीम ने दीवार को हटाकर उपकरण को निकाला तथा उसके अंश को भी साथ ले आई। नौसेना की टीम रविवार को फिर से विमान की खोजबीन में निकलेगी।बता दें कि सोनारी एयरपोर्ट से मंगलवार सुबह 11 बजे अल्केमिस्ट एवियशन का टू सीटर ट्रेनी विमान ने उड़ान भरी थी। विमान में उस वक्त आदित्यपुर के इच्छापुर ग्वाला पाड़ा निवासी ट्रेनी पायलट शुभ्रोदीप दत्ता और पटना जक्कनपुर निवासी कैप्टन शत्रु आनंद सवार थे। बताया जाता है कि उड़ान भरने के 15 मिनट तक विमान एयर ट्रैफिक कंट्रोल की संपर्क में था, इसके बाद संपर्क टूट गया। इसके बाद पहले एनडीआरएफ और फिर एनडीआरएफ और नौसेना की संयुक्त टीम ने तलाश शुरू की थी। दोनों पायलट के शव गुरुवार को बरामद हुए थे।