कोटा। राजस्थान के 8 बांधों में कम पानी है। हैलाकि हाड़ौती में इस साल अच्छी बारिश हुई है जिससे 31 बांध पूरी तरह भर गये हैं। कई में पानी की चादर चल रही है। 24 बांधों में ज्यादा पानी है। यह जानकारी जल संसाधन विभाग के अधिकारियों ने दी है। हाड़ौती में बारिश से नदी-नाले उफान पर हैं। संभाग मुख्यालय कोटा में अब तक 830 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है जो औसत से काफी ज्यादा है। 
जल संसाधन विभाग के कार्यकारी अभियंता ने बताया कि कोटा संभाग में 4.25 मिलियन क्यूबिक मीटर (एमक्यूएम) से ज्यादा क्षमता वाले 47 बांध हैं। इनमें से 16 बांध भर गये हैं जबकि 17 में आधे से ज्यादा पानी है। 16 बांध ऐसे हैं जिनमें अभी आधे से कम पानी है। 4.25 एमक्यूएम से कम क्षमता वाले 17 बांध पूरी तरह भर चुके हैं। 8 बांधों में  ज्यादा और 8 बांधों में आधे से कम पानी है।
बारां जिले में गोपालपुरा, ल्यासी, बिलास, उम्मेद सागर, इकलेरा सागर, रटलाई, कालीसोट और छतरपुरा बांध फुल  हैं। बूंदी में बरधा, पैबालपुरा, चाकन, भीमलत और बड़ानयागांव बांध और झालावाड़ में गागरिन, रीवा और रोशनबाड़ी बांध ओवरफ्लो हैं। कोटा में कोटा बैराज फुल है और उससे कई बार पानी भी छोड़ा है। झालावाड़ के छापी, रायगढ़ और कालीसिंध बांधों से भी पानी की निकासी की जा चुकी है। बाढ़ नियंत्रण प्रभारी ने बताया कि 4.25 एमक्यूएम से ज्यादा क्षमता वाले बांधों की क्षमता 1483.21 एमक्यूएम है। इनमें अभी तक 890.04 एमक्यूएम पानी है। पिछले साल 9 अगस्त तक इन बांधों में 567.16 एमक्यूएम पानी था। इस समय ये बांध भर चुके हैं, जबकि पिछले साल ये सिर्फ 38 फीसदी ही भरे थे। संभाग में 33 छोटे बांध हैं जिनकी  क्षमता 90.45 एमक्यूएम है। इनमें अभी तक 64.75 एमक्यूएम पानी आया है।