जयपुर। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा इन दिनों असम में है। यात्रा के अवरोधक तोड़कर गुवाहटी में प्रवेश करने के बाद से असम में सियासी बवाल मच गया है। मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी पर भीड़ को उकसाने का आरोप लगाया। साथ ही डीजीपी को ये आदेश दिया कि कांग्रेस नेता के खिलाफ एफआईआर दर्ज की जाए। 
अब कांग्रेस नेता सीएम सरमा के फैसले का विरोध कर रहे हैं। इसी क्रम में राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी सीएम सरमा के फैसले को दुर्भाग्यपूर्ण बताकर उन पर निशाना साधा। गहलोत ने कहा, भारत जोड़ो न्याय यात्रा एक ऐतिहासिक यात्रा है। भारत जोड़ो न्याय यात्रा को डिस्टर्ब करने की कोशिश की गई है। किसी भी सीएम को ये हक नहीं है कि वहां पुलिस वालों को और अधिकारियों को एफआईआर दर्ज करने के लिए कहे। 
पूर्व सीएम ने कहा कि सीआरपीसी के अंतर्गत ये काम एसएचओ का होता है। वहां तय करता है कि मामले में एफआईआर दर्ज होनी चाहिए या नहीं। अगर मुख्यमंत्री निर्देश देने लग जाएंगे, वहां दुश्मनी निकालने के लिए किसी से भी कह दे, इसलिए मैं समझता हूं कि ये बहुत गलत किया है। इस तरह की हरकते होगी, तब जिन राज्यों में बीजेपी सत्ता में नहीं है, जब वहां कोई केंद्रीय मंत्री जाएगा और वहां के सीएम या गृहमंत्री उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया तब एक नए रिवाज की शुरुआत होगी।