नई दिल्ली । विदेश मंत्रालय के सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार ई पासपोर्ट का पायलट प्रोजेक्ट मई से शुरू हो जाएगा।पहले चरण में 10लाख ई -पासपोर्ट जारी किए जाएंगे। इसके लिए ऐसे सेवा केंद्रों को चुना जा रहा है। जहां कम पासपोर्ट जारी होते हैं। आने वाले समय में केवल ई पासपोर्ट ही जारी होंगे। पुराने पासपोर्ट भी बदलने की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
ई पासपोर्ट की सुविधा शुरू हो जाने के बाद सिविल एवियशन ऑर्गेनाइजेशन के मानक अपनाने से 70 देशों में भारतीय नागरिकों को इमीग्रेशन में आसानी होगी। पासपोर्ट पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक होगा।सारी जानकारी चिप में दर्ज होगी। कंप्यूटर सेंसर के पास लाने से सारा ब्यौरा कंप्यूटर पर उपलब्ध होगा।
भारत में 10 करोड़ नागरिकों के पास अभी पासपोर्ट हैं। इन सभी पासपोर्ट को भी ई पासपोर्ट में बदला जाएगा। इसके लिए व्यापक स्तर पर तैयारी शुरू हो गई है। चिप वाली बुकलेट की प्रिंटिंग भारतीय प्रतिभूति मुद्रणालय नासिक में की जा रही है। अगले 5 वर्षों में लगभग 5 करोड़ पासपोर्ट, ई पासपोर्ट के रूप में परिवर्तित होंगे। पासपोर्ट के लिए मैनेजमेंट सिस्टम, इंटर आपरेबिलिटी टेस्ट, प्रोजेक्ट मैनेजमेंट यूनिट, ई पर्सनलाइजेशन,ई पासपोर्ट वेरीफिकेशन, इमीग्रेशन चेक पोस्ट का तकनीकी ढांचा तैयार करने का काम बड़ी तेजी के साथ चल रहा है। यह पूरा नेटवर्क जून माह तक पूरा हो जाएगा।