उज्जैन । प्रदेश के उज्जैन शहर स्थित ज्योतिर्लिंग महाकाल मंदिर के गर्भगृह में एक बार फिर भक्तों का प्रवेश शुरू हो सकता है। प्रवेश शुरू करने को लेकर अंतिम निर्णय प्रबंध समिति का रहेगा। 19 सितंबर के बाद होने वाली मंदिर प्रबंध समिति की बैठक में गर्भगृह में प्रवेश शुरू करने को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा। समिति सदस्य इस पर चर्चा करेंगे। मालूम हो कि महाकाल मंदिर के गर्भगृह में बीते दो साल से सामान्य दर्शनार्थियों का प्रवेश बंद है। केवल मंत्री, सांसद व विभिन्न अखाड़े के महामंडलेश्वर को विशेष अनुमति पर गर्भगृह में प्रवेश दिया जा रहा है। बीते दिनों उज्जैन उत्तर विधानसभा से भाजपा के विधायक अनिल जैन कालूहेड़ा ने अपने जन्मदिन पर गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल की पूजा-अर्चना की थी। इसके बाद आम दर्शनार्थी भी गर्भगृह में प्रवेश शुरू करने की मांग कर रहे हैं। मंदिर समिति के तीन में से दो सदस्य पुजारी प्रदीप गुरु व पं. राम पुजारी भी गर्भगृह में प्रवेश शुरू करने के पक्ष में है। बताया जाता है कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु 19 सितंबर को महाकाल दर्शन करेंगी। इसके बाद प्रबंध समिति की बैठक होगी। सूत्र बताते हैं गर्भगृह में प्रवेश शुरू करने को लेकर आंतरिक तैयारी शुरू हो गई है। इसमें शनिवार, रविवार व सोमवार को भीड़ वाले दिनों को छोड़कर सप्ताह के शेष चार दिन प्रवेश शुरू करने को लेकर प्रस्ताव रखा जाएगा। इसमें अग्रिम बुकिंग के आधार पर निर्धारित भेंट राशि का प्रविधान रखा जाएगा।  श्री महाकालेश्वर भगवान की तड़के होने वाली भस्म आरती के नाम पर लोगों से ठगी जारी है। रविवार को दर्शन के लिए आए आगरा के मेडिकल रिप्रेजेंटिव सोहन प्रकाश उपाध्याय निवासी टिकैतपुरा आगरा के साथ चार हजार रुपये की ठगी हो गई। सोमवार सुबह सोहन ने पुलिस से शिकायत की। पुलिस ने देर शाम को ई रिक्शा चालक अर्जुन जाट व फूल-प्रसाद दुकान संचालक को गिरफ्तार कर लिया है। इस बारे में महाकालेश्वर मंदिर के प्रशासक गणेश कुमार धाकड़ का कहना है कि सामान्य दर्शनार्थियों को भी गर्भगृह में जाकर भगवान महाकाल के जलाभिषेक का अवसर मिल सके, इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। प्रबंध समिति के निर्णय के बाद प्रवेश शुरू करने के नियम बनेंगे। गर्भगृह में प्रवेश शुरू होगा या नहीं, इसका निर्णय मंदिर प्रबंध समिति करेगी लेकिन 19 सितंबर के बाद होने वाली प्रबंध समिति की बैठक में इस विषय पर चर्चा अवश्य होगी। प्रबंध समिति अगर प्रवेश शुरू करने का निर्णय लेती है, तो प्रवेश के नियम बनाए जाएंगे।