नई दिल्ली। भारतीय जनता पार्टी जानती है कि ओबीसी को साधे बगैर उसकी नैया पार नहीं हो सकती है। उसे ये भी पता है कि केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथ में इसकी पतवार है। शायद यही वजह है कि चौहान को बीजेपी के पिछड़ा वर्ग मोर्चा ने एक कार्यक्रम में बुलाया था। यह कार्यक्रम सीतामढ़ी के धनुक स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रामपाल मंडल की याद में आयोजित किया गया था। रामपाल मंडल को याद करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि उन्होंने चार अंग्रेज अफसरों को मार गिराया और उसके बाद कोर्ट में खुशी-खुशी सजा भी स्वीकार कर ली। हाथ में भगवद्गीता लेकर और भारत माता की जय बोलते हुए वह फांसी पर चढ़ गए। उनके पैर भी नहीं कांप रहे थे। मंडल के वकील कहते रहे कि वह अपने जुर्म का इकबाल ना करें। हालांकि रामपाल मंडल ने शहीद हो जाने का रास्ता चुना।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मोदी सरकार ने ग्रामीण और शहरी इलाकों में एक करोड़ लोगों का घर का सपना साकार किया है। वहीं पांच साल में बिहार में ही 13 लाख घर बनवाए गए हैं। बता दें कि लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा नहीं था। बीजेपी ने 80 में से 33 सीटों पर जीत हासिल की थी। माना जाता है कि ओबीसी और दलित वोट बीजेपी को उम्मीद के मुताबिक नहीं मिले। वहीं बिहार में कुशवारा और अन्य पिछड़ा वर्ग के वोट इंडिया गठबंधन में शिफ्ट हो गए। 10 लाख से ज्यादा के अंदर से लोकसभा चुनाव जीतने वाले शिवराज सिंह चौहान को मोदी सरकार में इसीलिए जगह दी गई है कि वह पिछड़े वर्ग की वोटों को साध सकें। वह बीजेपी के ओबीसी चेहरों में सबसे ज्यादा लोकप्रिय नेता माने जाते हैं। चुनाव के वक्त कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल संविधान और आरक्षण के मुद्दे पर बीजेपी को घेरते रहते हैं। इसी बीच पिछड़े वर्ग के कार्यक्रम में पहुंचे शिवराज सिंह चौहान ने कहा, हमारे विरोधी केवल बड़े-बड़े दावे करते हैं। अगर किसी ने वास्तव में पिछड़े वर्ग का सामान्य है तो वह प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी हैं। उन्होंने कहा, मोदी जी ने ओबीसी आयोग को संवैधानिक बनाया। सभी पिछड़े वर्गों और अत्यंत पिछड़े वर्ग को सम्मान दिया गया। मोदी जी ने अन्य पिछड़े वर्ग के अध्ययन के लिए आरक्षण सुनिश्चित किया। केवल बीजेपी सरकार ने ही पिछड़े वर्ग के भले की दिशा में काम किए हैं।