विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट में भारत की वैश्विक सफलता की झलक

नई दिल्ली। विदेश मंत्रालय ने 2024 की वार्षिक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें विदेश मंत्रालय द्वारा लिए गए कई अहम कूटनीतिक उपलब्धियों का जिक्र किया गया है। विदेश मंत्रालय की इस रिपोर्ट के अनुसार, वैश्विक मंच पर भारत के कद और साख में इजाफा देखने को मिला है।
विदेश मंत्रालय ने अपनी रिपोर्ट में लिखा कि इस साल पूरी दुनिया को आर्थिक उतरा-चढ़ाव, जलवायु परिवर्तन समेत कई चुनौतियों का सामना करना पड़ा। भारत सभी परेशानियों में मजबूती से खड़ा रहा है।
कई सम्मेलनों में लिया हिस्सा
विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, भारत ने संयुक्त राष्ट्र समेत जी-20, जी-7, एससीओ, क्वाड और ब्रिक्स में सक्रिय भूमिका निभाई है। पिछली बार भारत ने जी-20 सम्मेलन की अध्यक्षता की थी। वहीं, इस बार भी Troika (भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका) के अंतर्गत भारत और ब्राजील ने मिलकर काम किया। 18-19 नवंबर को ब्राजील के रियो डी जेनेरियो में हुई 19वें जी-20 शिखर सम्मलेन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हिस्सा लिया था। यह पहला जी-20 सम्मेलन था, जिसमें अफ्रीकन यूनियन ने भी हिस्सा लिया था।
वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट को किया होस्ट
भारत ने वॉइस ऑफ ग्लोबल साउथ समिट का तीसरा संस्करण भी होस्ट किया था। ग्लोबल साउथ देशों के 173 प्रतिनिधियों ने इसमें हिस्सा लिया। भारत ने आतंकवाद के खिलाफ भी आवाज उठाई।
पीएम मोदी ने जी-7 सम्मेलन में की शिरकत
जी-7 सम्मेलन में हिस्सा लेने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जून में इटली भी गए थे। इस दौरान पीएम मोदी ने इटली की पीएम जियोर्जिया मेलोनी ने दोनों देशों की साझेदारी मजबूत करने पर चर्चा की थी। भारत ने पूरी दुनिया को आतंकवाद के खिलाफ लड़ने की प्रेरणा दी है।
20 देशों में चलाए ऑपरेशन
भारत ने आपदाओं के समय भी दुनिया के 20 से अधिक देशों में मानवीय सहायता और आपदा राहत अभियान चलाया है। हैती में ऑपरेशन इंद्रावती, कुवैत में एअरलिफ्ट अभियान और म्यांमार में ऑपरेशन सद्भाव इन्हीं में से एक है।
दवाइयां पहुंचाईं
इसके अलावा भारत ने सीरिया में कैंसर रोधी दवाइयां उपलब्ध कराईं, संयुक्त राष्ट्र राहत एंव कार्य एजेंसी के साथ मिलकर फिलिस्तीन के लोगों के लिए 30 टन मानवीय सहायता और जीवन रक्षक दवाइयां पहुंचाई गईं।