जयपुर । उदयपुर जिला स्तरीय आरसेटी सलाहकार समिति की समीक्षा बैठक जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्रीमती कीर्ति राठौड़ की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। श्रीमती राठौड़ ने प्रशिक्षण कार्यों में नवाचारों के साथ तकनीकी पहलुओं को शामिल करते हुए इन्हें और अधिक प्रभावी बनाने की बात कही। उन्होंने सलूंबर में पत्तल दोना यूनिट स्थापित करने वाले प्रशिक्षणार्थी की सफलता से प्रेरित होकर जिले के प्रत्येक ब्लॉक में ऐसी यूनिट स्थापित करने का सुझाव दिया। इसके लिए कृषि विज्ञान केन्द्र और कृषि विभाग के अधिकारियों को समन्वय स्थापित करते हुए पात्र लोग तलाशने के निर्देश दिए। उन्होंने स्वयं सहायता समूह के माध्यम से कपड़े के बैग तैयार कर उनके विपणन की संभावना तलाश करने की भी जरूरत बताई। उन्होंने स्कूलों में सौलर सिस्टम स्थापित करने से पूर्व शिक्षा विभाग से सूची प्राप्त कर सक्षम स्तर से अनुमोदित करवाने को कहा। उन्होंने कहा कि विभिन्न विभागों से समन्वय स्थापित करते हुए आवश्यकताओं के अनुसार प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किये जाये जिसमें अधिक से अधिक लोग लाभान्वित हो और प्रशिक्षणों के उपरान्त युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ा जाए ताकि युवा स्वावलंबन की राह पर आगे बढ़ सकें। उन्होंने प्रशिक्षकों को विभिन्न ऋण सुविधाओं की जानकारी देने एवं पात्रता अनुसार ऋण उपलब्ध कराने पर भी जोर दिया। उन्होंने पूर्व बैठक में हुई चर्चा के आधार पर उदयपुर संभाग में रोजगार बहुल मार्बल प्रोसेसिंग, कटिंग आदि क्षेत्रों में भी प्रशिक्षण कार्यक्रमों को आयोजित करने के निर्देश दिए।प्रारंभ में आरसेटी के संयुक्त निदेशक अमर दीक्षित ने संस्थान की अब तक की प्रगति के बारे में जानकारी दी।