जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेंद्र सिंह ने गुरुवार को विधानसभा में कहा कि सवाई मानसिंह अस्पताल,जयपुर में आईपीडी टावर के निर्माण का कार्य प्रगति पर है। अगले वर्ष तक इसे पूर्ण कर जनता को समर्पित कर दिया जाएगा। साथ ही प्रदेश की जनता को सभी कार्डियो सुविधाएं एक ही स्थान पर उपलब्ध कराने के लिए आगामी 3-4 माह में एसएमएस अस्पताल में कार्डियक टावर का संचालन भी शुरू कर दिया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री मंगलवार को प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस सम्बन्ध में पूछे गए पूरक प्रश्नों का जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि आकस्मिक कारणों की वजह से कई बार बिना टेंडर के खरीद कर ली जाती है। उन्होंने बताया कि एसएमएस अस्पताल में टेंडर के माध्यम से 155 करोड़ रुपये की दवाइयों की खरीद की गई तथा 9 हजार 588 दवाइयों की खरीद बिना टेंडर के की गई है। अजमेर के जेएलएन मेडिकल कॉलेज में टेंडर के माध्यम से 2 करोड़ तथा बिना टेंडर के 13 हजार की दवाइयों की खरीद की गई। इसी प्रकार चिकित्सा विभाग द्वारा 1 हजार 366 करोड़ की दवाइयां टेंडर के माध्यम से खरीदी गई हैं।

उन्होंने कहा कि चिकित्सा‍ महाविद्यालयों एवं चिकित्सा विभाग द्वारा नियमानुसार दवाइयों एवं उपकरणों की खरीद की गई है। उन्होंने इस संबंध में किसी प्रकार की अनियमितता की शिकायत मिलने पर जांच करवाने के लिए आश्वस्त किया।

इससे पहले विधायक श्री रफीक खान के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि चिकित्सा‍ महाविद्यालयों से संबद्ध कई चिकित्सा‍लयों में मरीजों हेतु कुछ दवाइयां बिना निविदा के सहकारी उपभोक्ता केन्द्र, प्रधानमंत्री जन औषधि केन्द्र एवं 10 हजार रूपये से कम की दवाइयां लोकल खरीद बिना निविदा के टुकड़ों में की गयी है। साथ ही सीमित आवश्यकता के कारण कुछ उपकरण अथवा सामग्री भी अति आवश्यकता को देखते हुये बिना निविदा के क्रय किये गये हैं।

उन्होंने चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा विगत 1 वर्ष 2024-25 (फरवरी, 2025) में निविदा एवं बिना निविदा के क्रय की गई दवाइयां एवं उपकरणों का विवरण सदन के पटल पर रखा।

उन्होंने जानकारी दी कि चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग द्वारा दवाइयां एवं अन्य उपकरण हेतु प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति प्राप्त होने के उपरान्त् RTPP Act and Rules 2013 के नियमों की पालना करते हुए निविदा जारी कर उपकरणों, औषधियों, सर्जिकल एवं सूचर्स के उपापन की कार्यवाही की जाती है। विभाग द्वारा निविदा से क्रय की गई वित्तीय वर्ष 2024-25 की सूचना उन्होंने सदन के पटल पर रखी।