उदयपुर: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने मंगलवार को उदयपुर में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर राज्य सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि सरकार में अफसरशाही हावी है और मंत्री खुद मुख्यमंत्री की बात नहीं सुन रहे हैं। डोटासरा ने कहा कि सरकार न तो अपने ही कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीना को चुप करा पा रही है और न ही उन्हें पार्टी से निकाल पा रही है। उन्होंने कहा कि अनुशासनहीनता का नोटिस दिए जाने के बावजूद किरोड़ी लाल मीना फोन टैपिंग, बजरी माफिया और एएसआई की मौत जैसे मुद्दों पर खुलकर बोल रहे हैं। डोटासरा ने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा की धार्मिक यात्राओं पर निशाना साधते हुए कहा कि जनता ने उन्हें सिर्फ देवदर्शन के लिए सीएम नहीं बनाया है। उन्होंने कहा कि सरकार को जनता के लिए काम करना चाहिए और घोषणाओं को धरातल पर लागू करना चाहिए। 

मंत्री की बातों को जनता गंभीरता से नहीं लेती

उदयपुर में मीडिया से बातचीत करते हुए गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि एक कैबिनेट मंत्री सरकार के खिलाफ बोल रहे हैं, लेकिन सरकार कोई कार्रवाई नहीं कर पा रही है. उन्होंने किरोड़ी लाल मीना के डीजीपी के घर जाकर टक-टक करने पर कटाक्ष करते हुए कहा कि अगर उन्हें जाना ही था तो पहले बता देना चाहिए था कि गेट खुला रखना, मैं आ रहा हूं। उन्होंने कहा कि किरोड़ी लाल मीना की बातों को अब जनता गंभीरता से नहीं लेती। अनुशासनहीनता का नोटिस देने के बाद भी सरकार उन्हें नहीं रोक पा रही है। वहीं, डोटासरा ने राजस्थान पुलिस की हड़ताल को लेकर भी सरकार पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि पुलिस और अन्य सरकारी कर्मचारियों के साथ अन्याय हो रहा है। सीएम को पुलिस की मांगों को बड़ा दिल रखकर सुनना चाहिए। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि अब किरोड़ी लाल मीना इसमें उलझ गए हैं तो सरकार उनकी छोटी-बड़ी मांगें भी नहीं मानेगी। 

सरकार में कौन बड़ा है, यह स्पष्ट नहीं- डोटासरा

पीसी में गोविंद सिंह डोटासरा ने सरकार के भीतर सत्ता संघर्ष का दावा किया। उन्होंने कहा कि सरकार में कौन बड़ा है, यह स्पष्ट नहीं है। मंत्री मुख्यमंत्री की नहीं सुन रहे और मुख्यमंत्री मंत्री की नहीं सुन रहे। उन्होंने कहा कि कमजोर नेतृत्व के कारण अफसरशाही पूरी तरह हावी हो गई है। अधिकारी मंत्रियों को भी समय नहीं देते।

'नाथी का बाड़ा मेरा आदर्श, मैं सेवा करता रहूंगा'

प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए डोटासरा ने 'नाथी का बाड़ा' को लेकर अपने बयान पर सफाई देते हुए कहा कि यह सेवा और समर्पण का प्रतीक है। उन्होंने कहा कि मैं गरीबों की सेवा करता रहूंगा। उन्होंने कहा कि राजनीति में कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए पद हासिल करते हैं और फिर पार्टी बदल लेते हैं। कांग्रेस अब ऐसे स्वार्थी लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाएगी।

इस दौरान डोटासरा ने विधानसभा सत्र में न जाने के पीछे का कारण बताने से इनकार कर दिया, लेकिन कहा कि ''जब मैं इसका खुलासा करूंगा तो मीडिया भी इसकी तारीफ करेगी।'' विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में कांग्रेस की हार पर डोटासरा ने कहा कि हम फील्ड में जाना भूल गए, इसलिए जनता से दूर हो गए। उन्होंने कहा कि अब कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जनता के बीच जाकर काम करना होगा।