मध्य प्रदेश के खरगोन में इस साल एक ऐतिहासिक आयोजन होने वाला है, जिसका लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे है. यहां 300 साल में पहली बार भगवान गोपाललालजी (ठाकुरजी) भक्तों को दर्शन देने नगर भ्रमण करेंगे. खास बात ये है कि, इस भव्य शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, ऊंट, विशेष आकर्षण का केंद्र रहेंगे. संत-महात्मा बग्घियों और वाहनों में विराजमान होकर नगरवासियों को आशीर्वाद प्रदान करेंगे. यह महोत्सव सात दिन तक चलेगा, जिसमें हर दिन विशेष धार्मिक कार्यक्रम होंगे.

बता दें कि, जिला मुख्यालय से करीब 80 km दूर संतों की नगरी बड़वाह में भगवान गोपाललालजी के 300वें वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में 19 से 25 फरवरी तक भव्य महोत्सव मनाया जाएगा. जिसको लेकर पूरे नगर को आकर्षक विद्युत सज्जा, ध्वज और बैनरों से सजाया जा रहा है. दरअसल, महंत नरहरिदास महाराज के शिष्य महंत हनुमदास महाराज के सान्निध्य में निकलने वाली शोभायात्रा में हाथी, घोड़े, ऊंट, 10 चलित झांकियां और तीन अन्य झांकियां शामिल रहेंगी.

अलग-अलग दिन होंगे विभिन्न अनुष्ठान
महंत हनुमानदास महाराज ने बताया कि, पहली बार भगवान गोपाललाल जी का नगर भ्रमण बड़वाह में होगा. स्थानीय नागेश्वर मंदिर परिसर में 7 दिवसीय धार्मिक अनुष्ठान होंगे. हर दिन सुबह 8 से दोपहर 1 बजे तक वेदपाठी पंडितों द्वारा सहस्रार्चन महाभिषेक किया जाएगा. 19 फरवरी को ध्वजारोहण, कलश स्थापना और मंडल पूजन होगा. 20 फरवरी को 1100 लीटर दूध से महाअभिषेक, 21 फरवरी को 251 किलो फूलों और 22 फरवरी को 51 हजार तुलसी दल से सहस्रार्चन होगा. रोजाना रात 8 से 12 बजे तक प्रसिद्ध भजन कलाकारों द्वारा भजन संध्या का आयोजन किया जाएगा.

भगवान को लगाएंगे छप्पन भोग
वहीं, 24 फरवरी को श्री गोपाल महायज्ञ होगा और भगवान को छप्पन भोग लगाया जाएगा. श्रद्धालुओं के लिए मंदिर भक्त मंडल द्वारा प्रतिदिन शाम 6 से रात 9 बजे तक भोजन प्रसादी की व्यवस्था भी की गई है. आखरी दिन 25 फरवरी को पूर्णाहुति और भव्य भंडारे के साथ महोत्सव का समापन होगा. गौरतलब है कि, आयोजक को लेकर नगर के प्रमुख मार्गों को रंग-बिरंगी लाइटों, ध्वज, पताका और बैनरों से सजाया जा रहा है.